Monday, 30 May 2016

कब्रिस्तान में love letter ।

आप विश्वास करे या न करे पर जब प्यार होता है तो भुत क्या आदमी कुते से भी शादी कर लेता है ।

मै रवि बच्पन से ही अपनी पड़ोस की लड़की प्रिया से बहुत प्यार करता था पर कभी उसे इस बारे में कुछ कह नही पाया और देखते देखते आज वो 16 साल की हो गई ।
मै अक्सर स्कूल जाते वक्त उसे देखा करता था । उसके गुलाबी गाल ,मोरनी सी गर्दन , सुनहरे बादलो जैसे बाल , उसके होठ , वो पुरे गांव में सबसे सुंदर थी और भोली भी । जब वो अपनी सहेलियों के साथ नदी किनारे खेलती और हस्ती थी तो मै उसे रोज़ छुप कर देखता था । मै उसे बेइंतहा प्यार करता था पर उसे कभी बोल नही पाया ।
पर हर प्रेम कहानी की तरह मुझे ये नही पता था की मेरी इन खुशियो को जल्द ही नजर लग जायेगी । कहने को तो मै उन्हें दोस्त कहता था पर पूरा गांव जानता था की जतिन और उसके दोस्त कितने कमीने लड़के है ,आय दिन लड़कियो को छेड़ना और लोगो को परेशान करना उनकी फिदरत थी ।। एक दिन मै नदी किनारे बैठा था तभी पीछे से जतिन और उस की टोली ने मुझे पकड़ लिया । जतिन बोला क्या बे रवि क्या कर रहा है यहां पर । मैने कहा कुछ नही जतिन । तभी जतिन ने कहा की आज मैने प्रिया को देखा , बहुत मस्त लग रही थी ।
ये सुनते ही मेरे शरीर में आग सी लग गई । फिर जतिन बोला यार मुझे प्रिया चाहिए । बाकी लड़के भी यही कहने लगे । ये सब सुन कर मेरा मगज गर्म हो रहा था । तभी जतिन बोला रवि तू क्या सोचता है । मैने लड़खड़ाते हुए जबान से कहा हो सकता है प्रिया किसी और से प्यार करती हो। जतिन बोला मैने सब पता कर लिया है कोई भी लड़का उसकी life में नही है । यही सही मौका है कल मै प्रिया को अपना बना कर रहूँगा । फिर जतिन जोर से बोला सुन लो सभी आज से वो मेरी girlfriend है ।
ये सुनते ही मेरे दिल टूट सा गया पर मैने हार नही मानी और मै बोल उठा । जतिन ये गलत बात है । जब तक प्रिया अपनी मर्जि न दे तू उसे अपनी कैसे कह सकता है पहले प्रिया हा तो कर दे तुझे । मेरी बात सुनते ही सभी लड़के भी यही कहने लगे जिसे सुन कर जतिन बोला ठीक है । इसका फैसला हम कल करेगे ।
मै काफी डरा हुआ था की कल क्या होगा और इसी कारण रात भर सो नही पाया । अगली सुबह मै स्कूल के लिए तैयार हो गया । मैने मन ही मन फैसला कर लिया की आज प्रिया को अपने दिल की बात बोल कर ही रहुगा ।

जब स्कूल की छुटी हुई तो जतिन और उसका दल प्रिया और उसकी सहेलियों के पीछे हो लिया । मै भी जतिन के पीछे चलने लगा । काफी देर चलने के बाद जब काली कब्रिस्तान आया तो जतिन अचानक से प्रिया के सामने आकर उसे रोकने लगा , मै ये सब देख रहा था । प्रिया ने जतिन को रोकने का कारण बताया । तो जतिन ने उससे सारा हाल कह डाला । तब तक मै भी वहाँ आ पहुँचा , मै प्रिया और जतिन को देख रहा था, प्रिया भी मुझे देखने लगी ।
तभी प्रिया ने कहा की मुझे मंजूर है । ये सुनते ही मेरे पैरो तले जमीन खिसक गई । मेरा सब कुछ लूट गया । क्या मेरे बच्चन का प्यार लूट जाएगा ?
तभी प्रिया बोली की मेरी एक शर्त है और अगर तुम वो पूरी कर सके तो मै तुम्हारी ।
जतिन बोला मै कुछ भी कर सकता हूँ ।
तब प्रिया बोली की तुम्हे कुछ लाना होगा ।
जतिन ने कहा क्या लाना है ।
प्रिया बोली सामने काली कब्रिस्तान है , ठीक रात बारह बजे तुम्हे वहां से एक letter लाना है । और अगर वो letter तुम ले आए तो मै तुम्हारी ।
मै और जतिन दोनों ने ये बात सुनी , फिर ये सुनते ही जतिन का चहरा सफेद पड़ गया । कुछ देर की ख़ामोशी के बाद जतिन बोला मै करूँगा ।
प्रिया बोली ठीक है फिर मिलते है letter के साथ , प्रिया ने मुझे देखा और हँसते हुए बोली तुम भी जा सकते हो रवि ।। जतिन बोला ये क्या लाएगा प्रिया देखना मै ही वो letter लाऊगा तुम्हारे लिए ।
मुझे नही पता था की वो मुझे भी ऐसा कहेगी अब तो मे भी रेस में था । जल्द ही सब अपने अपने घर चले गए ।
रात आ चुकी थी और मेरा दिल भी घबरा रहा था । मैने थोड़ी हीम्मत की और काली कब्रिस्तान की ओर चल दिया , जब मै वहाँ पहुँचा तो सभी लोग वहाँ पहले से ही मौजूद थे । प्रिया उसकी सहेलिया और जतिन और उसके दोस्त ।
जतिन बोला , तो तू आ गया रवि ।
तभी प्रिया बोली चलो अब मै तुम्हे बताती हूँ की क्या करना है । जब तुम ऊपर की ओर जाओगे तो तुम्हे एक मूर्ति मिलेगी वहाँ से तुम मोमबत्ती और माचिस ले सकते हो उसके बाद तुम जब थोड़ी दूर और चलोगे तो तुम्हे एक कब्र मिलेगी उसी के ऊपर एक letter मिलेगा ।
जो भी उस letter को लाएगा वही मेरा दोस्त बनेगा । ये सुनते ही बाकी सभी लड़के भाग खड़े हुए , सिर्फ मै और जतिन बचे । इसलिए अब हम दोनों के बिच ही मुकाबला रह गया था ।
कुछ ही देर में मुकाबला शुरू हो गया और जतिन तेजी से भागने लगा । रात का वक्त था और चारो ओर अँधेरा सिर्फ चाँद की रोशनी के कारण कुछ 2 नजर आ रहा था । मै भी जोश में था और जतिन को टक्कर दे रहा था ।
तभी एक साँप निकल कर मेरे आगे आ गया और इसका फायदा उठा कर जतिन आगे निकल गया और मूर्ति तक पहुँच कर मोमबत्ती उठा ली । जैसे तैसे मै साँप से बचा और जब मै मूर्ति तक पहुचा देखा वहाँ कोई और मोमबत्ती नही थी । अब मेरे पास कोई और चारा नही था करो और मरो की बेला आ चुकी थी इसलिए मै अँधेरे में ही उस कब्र की ओर निकल पड़ा , मुझे अपने प्यार पर भरोशा था तभी मैने जतिन की चीख सुनी , वो चिल्ला रहा था भागो चुड़ैल -2 ये सुनते ही मेरे हाथ पाव फूल गए । मैने देखा जतिन तेजी से मेरी ओर भागते हुए आ रहा था और अचानक मेरी ओर रुकते हुए बोला रवि भाग यहाँ चुड़ैल है । और वो निचे की ओर भाग गया ।

मै काफी डर चूका था पर मै ऐसे कैसे भाग जाता । मुझे हर बार प्रिया का ख्याल आ रहा था मै किसी भी कीमत पर उसे अपना प्यार साबित करना चाहता था । इसलिए मै कब्र की तरफ बढ़ने लगा । काफी देर चलने के बाद मुझे वो कब्र नजर आई पर मेरे चेहरा पिला पड़ गया जब मैने उस पर एक लड़की को बेठा देखा उसके बाल काफी लम्बे थे और वो गर्दन झुका कर वहाँ बैठी हुई थी ।
मेरे पाओ काम करना बन्द कर चुके थे । मै काफी देर तक वही खड़ा रहा । मुझे बार बार प्रिया का चेहरा याद आ रहा था । मैने थोड़ी हिम्मत इक्कठी की और कब्र के पास जाकर उस चुड़ैल को दबती आवाज में बोला । जी क्या आप ने यहाँ कोई letter देखा है । चुड़ैल कुछ नही बोली । मैने अपनी बात फिर दोहराई पर इस बार उसने पास आने का इसारा किया । मै डरते डरते उसके पास पहुँचा । तभी मैने कहा देखो मुझे मत खाना , दरसल मै एक लड़की को बच्च्पन से बहुत प्यार करता हूँ उसका नाम प्रिया है । और उसी के लिए मै यहाँ तक आया हूँ ।
तभी चुड़ैल ने कहा तो अब तक मुझे बताया क्यों नही । मै पूरी तरह हैरान हो गया वो तो प्रिया की आवाज थी तभी चुड़ैल ने अपने बालो को ऊपर किया । और मेरा दिल रुक सा गया वो प्रिया ही थी जो चुड़ैल बनी हुई थी । मै पूरी तरह हैरान था की अब क्या करुँ ।
मै बस प्रिया को देख रहा था और प्रिया मुझे ।
तभी हम दोनों को कोई आवाज सुनाई दी । एक बड़ा काला साया हमारी ओर आ रहा था ये देख प्रिया ने मेरे हाथो को पकड़ लिया । और मैने भी प्रिया को पकड़ लिया । देखते ही देखते वो काला साया करीब आने लगा । और अचानक एक तेज रौशनी हमारे चेहरे पर पड़ी और वो साया बोला कौन है वहाँ पर । वो कोई और नही कब्रिस्तान का चौकीदार था । उसे देखते ही मै और प्रिया तेजी से भाग खड़े हुए ।
हम काफी देर तक भागते रहे और फिर घर आ कर ही रुके ,वो बिना कुछ बोले अपने घर चली गई और मै भी अपने घर आ गया । मै सारी रात नही सोया ।
अगली सुबह मै स्कूल के लिए तैयार हो गया । जब मै स्कूल पहुँचा तो वो पहले से ही वहाँ थी पर वो कुछ नही बोली ।
जल्द ही स्कूल की छुटी हो गई मैने उसे हर जगह ढूंढा पर वो नही मिली । मै निराश हो कर घर की ओर जा ही रहा था की मुझे एक आवाज सुनाई दी वो प्रिया ही थी ।
मुझे भरोशा नही हुआ । वो मेरे पास आई और कहा रवि कहा जा रहे हो मैने कहा घर ।
प्रिया बोली मै भी चलती हूँ ।
तभी मैने कहा प्रिया मुझे तुम्हे कुछ कहना है तभी प्रिया ने मेरे होठो पर अपने हाथो को रखते हुए कहा मुझे पता है तुम्हे क्या कहना है ।
मुझे पता चल गया था की वो भी मुझे बहुत प्यार करती है कभी कभी जुबा का काम सिर्फ आँखे ही कर देती है ।
उसका हाथ मेरे हाथो में था और हम अपने घर जा रहे थे ।
The End ..
अगली बार पढ़ना न भूलियेगा एक और मेरे और प्रिया की कहानी ।अगर story अच्छी लगी तो page like करे । story शेयर करे

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